How To Improve Mental Health: हम अक्सर शरीर की सेहत पर ध्यान देते हैं, लेकिन असली स्वास्थ्य दिमाग की सेहत से ही जुड़ा है। चाहे कोई कितना भी स्वस्थ दिखे, अगर उसका मन स्वस्थ नहीं है, तो उसकी पूरी सेहत प्रभावित होती है। बार-बार उदास रहना, किसी काम में मन न लगना, नसों में दर्द, भूख न लगना और वजन तेजी से घटना मानसिक और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं का संकेत हो सकता है।
दिमाग के दुश्मन हैं ये 3 आदतें
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रशांत कटकोल के अनुसार, दिमाग के लिए सबसे हानिकारक तीन आदतें हैं – शिकायत करना, दूसरों से तुलना करना और खुद की आलोचना करना। लगातार शिकायत करना, अपने आप को दूसरों से तुलना करना और खुद की आलोचना करना दिमाग का सबसे बड़ा दुश्मन बन सकता है।
तुलना की आदत से बचें
जब आप बार-बार खुद की तुलना दूसरों से करते हैं, तो आपका मन बाहर की चीजों में खुशियों की तलाश करने लगता है। इससे मानसिक तनाव बढ़ता है और आप कभी संतुष्ट महसूस नहीं करते। डॉ. कटकोल बताते हैं कि तुलना की आदत दिमाग को कमजोर करती है और खुशी छीन लेती है।
खुद की आलोचना न करें
खुद की लगातार आलोचना करना या अपने बारे में नकारात्मक बातें करना भी दिमाग के लिए हानिकारक है। इससे नकारात्मकता बढ़ती है और आप अपने worst version में बदल जाते हैं। भगवद गीता में भी कहा गया है – “आत्मैव हि आत्मनो बन्धुः आत्मैव रिपुरात्मनः”, यानी आपका मन आपका सबसे अच्छा दोस्त भी हो सकता है और सबसे बड़ा दुश्मन भी।
नकारात्मक सोच से कैसे छुटकारा पाएं
डॉक्टरों के अनुसार, नकारात्मक विचारों से बचने के लिए जीवन में कुछ छोटे बदलाव जरूरी हैं। शिकायत करने की बजाय छोटी-छोटी चीजों के लिए आभार व्यक्त करें। अपनी सुबह की चाय के लिए भी धन्यवाद कहें।
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खुद को सकारात्मक बनाएं
तुलना करने की बजाय अपनी सोच को कागज़ पर लिखें। एक लक्ष्य तय करें और उसी पर ध्यान केंद्रित करें। खुद की आलोचना करने की बजाय किसी को मुस्कान दें या “गुड मॉर्निंग” कहें। अपने सोचने के तरीके को बदलना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।